ब्रोंकियल आर्टरी एम्बोलाइजेशन (BAE)




“खांसी में खून आने के कारण था जान का खतरा – बिना चीरे की IR पद्धति से BIMR में हुआ सफल इलाज”

बीआईएमआर हॉस्पिटल्स में विगत दिवस एक 55 वर्षीय पुरुष मरीज, जो पूर्व में फेफड़ों की टीबी से पीड़ित रह चुका था, को खांसी में खून आने (massive hemoptysis) की गंभीर समस्या हुई। मरीज की जान बचाने के लिए बिना किसी सर्जरी के इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी (IR) तकनीक का उपयोग किया गया। AIIMS दिल्ली से प्रशिक्षित डॉ. राधेश्याम मीणा, इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट, बीआईएमआर हॉस्पिटल्स ग्वालियर, ने ब्रोंकियल आर्टरी एम्बोलाइजेशन (BAE) तकनीक द्वारा मरीज का सफल उपचार किया।

क्या है BAE?

ब्रोंकियल आर्टरी एम्बोलाइजेशन (BAE) एक आधुनिक इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी प्रक्रिया है, जिसमें रक्तस्राव करने वाली धमनी को ब्लॉक कर खून आना तुरंत रोका जाता है। यह खासतौर पर इन स्थितियों में उपयोगी होती है:

-पुरानी फेफड़ों की टीबी

-ब्रोंकिइक्टेसिस (Bronchiectasis)

-फेफड़ों के कैंसर में रक्तस्राव

इस पद्धति के फायदे:

-बिना चीरे और बिना बड़ी सर्जरी के रक्तस्राव का इलाज

- मरीज को सिर्फ 2 दिन में अस्पताल से छुट्टी मिल गई

-पारंपरिक ओपन सर्जरी की तुलना में कम जोखिम

-जल्दी रिकवरी और कम खर्च

डॉ. राधेश्याम मीणा ने बताया कि “यह तकनीक जानलेवा रक्तस्राव को रोकने में बेहद कारगर है। सही समय पर यह प्रक्रिया मरीजों की जान बचा सकती है, और इसे अधिक जागरूकता की जरूरत है।”

BIMR ग्वालियर में इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी द्वारा बिना सर्जरी के नई चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिससे मरीजों को कम दर्द, जल्दी रिकवरी और बेहतर परिणाम मिल रहे हैं।