Angioplasty




विगत दिनों 65 वर्षीय एक मरीज जिसको कई साल पहले दिल में ३ छल्ले डाले गए थे, बीमारी के बढ़ जाने से अथवा परहेज में लापरवाही की वजह से पहले से डले एक छल्ले में ब्लॉकेज आया जिसकी वजह से मरीज के दिल में रक्त प्रवाह बंद पड़ गया एवं उसको हार्ट अटैक आया । मरीज को सीने में दर्द होने की परेशानी के साथ बीआईएमआर हॉस्पिटल्स लाया गया जहाँ पर बीआईएमआर हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. धीरज जेसवानी ने मरीज को तुरंत भर्ती कर एंजियोग्राफी की जिसमे मरीज की नस में ब्लॉकेज का पता चला । डॉ. धीरज जेसवानी ने मरीज के उपचार हेतु पहले से डले छल्ले के अंदर नया छल्ला डालकर नस के ब्लॉकेज को हटाया जिससे मरीज की स्थिति में सुधार आया ।

डॉ. धीरज जेसवानी ने बताया की दिल में छल्ले डलने के बाद मरीज को बहुत ही ध्यान रखने की आवश्यकता होती है उसको परहेज एवं दवाइयों में नियमितता बरतनी होती है, इसमें लापरवाही करने से छल्ला दुबारा बंद हो सकता एवं यह जानलेवा हो सकता है । ऐसे मरीजों की नस को दोबारा खोलना काफी जटिल होता है एवं सफलता के चान्सेस भी कम रहते है इसलिए सभी दिल के मरीजों को सलाह दी जाती है कि अपना नियमित रूप से चेक-अप कराते रहें और डॉक्टर के द्वारा दी गई दवाइयों को नियमित रूप से लेते रहें ।