स्टेंट-असिस्टेड वर्टिब्रल एंजियोप्लास्टी




बीआईएमआर हॉस्पिटल में हुई ब्रेन की पिछली धमनी की सफल एंजियोप्लास्टी

बीआईएमआर हॉस्पिटल के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने एक 65 वर्षीय महिला को गंभीर स्थिति से बाहर निकालते हुए नई ज़िंदगी दी। महिला को लंबे समय से बार-बार चक्कर आने और बेहोश हो जाने की शिकायत थी, जो काफी जगह इलाज कराने के बावजूद ठीक नहीं हो रही थी।

मरीज को गंभीर अवस्था में बीआईएमआर हॉस्पिटल लाया गया, जहाँ पर मरीज को डॉ. सौरभ गुप्ता (वरिष्ठ स्ट्रोक स्पेशलिस्ट व इंटरवेंशनल न्यूरोलॉजिस्ट, बीआईएमआर हॉस्पिटल) ने देखा व मरीज की जांच (DSA) की जांच (DSA) में पता चला कि उनकी बाईं वर्टिब्रल धमनी में ऑस्टियल स्तर पर गंभीर अवरोध (क्रिटिकल स्टेनोसिस) है। दवा से लाभ न मिलने पर स्टेंट-असिस्टेड वर्टिब्रल एंजियोप्लास्टी करने का निर्णय लिया गया।

यह जटिल लेकिन सफल प्रक्रिया बीआईएमआर हॉस्पिटल में डॉ. सौरभ गुप्ता और उनकी टीम द्वारा की गई। इसे धमनी में केवल एक छोटे से छेद के माध्यम से, बिना बड़े चीरे और अत्यंत कम रक्तस्राव के साथ संपन्न किया गया। प्रक्रिया के दौरान मरीज पूरी तरह सचेत रहीं और डॉक्टरों की टीम उनसे लगातार बातचीत करती रही।

सिर्फ दो दिन में ही मरीज को पूर्ण स्वस्थ अवस्था में अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया ।

डॉ. सौरभ गुप्ता ने बताया की बीआईएमआर हॉस्पिटल में न्यूरोलॉजी से सम्बंधित मरीजों की सभी प्रकार के इलाज की सुविधा बीआईएमआर हॉस्पिटल में उपलब्ध है, यहाँ लकवा ग्रस्त मरीजों के लिए एक डेडिकेटेड स्ट्रोक सेंटर 24 घंटे पूर्ण रूप से सुचारित है व यहाँ पर इंटरवेंशनल न्यूरोलॉजी की मदद से बिना ऑपरेशन के न्यूरोलॉजी मरीजों का सफल इलाज किया जा रहा है।