बीआईएमआर हॉस्पिटल में शनिवार दिनांक 04.05.2024 को हेमेटोलॉजी विभाग के विषय पर सीएमई हुई सीएमई में डॉक्टर अविनाश गुप्ता जो की हेमेटो पैथोलॉजिस्ट हैं उन्होंने बोन मैरो की जांच फ्लोसाइटोमेट्री और मॉलेक्युलर हेमेटोलॉजी के विषय में चर्चा की और उसके महत्व के बारे में सबको बताया उन्होंने बताया कि रक्त कैंसर के इलाज के लिए फ्लो साइटोमेट्री और मॉलेक्युलर जैसी जांच अति आवश्यक हैं और अभी तक यह जांच दिल्ली भेजी जाती थी किंतु अब सुविधा मरीजों को ग्वालियर में ही मिल सकेगी डॉक्टर अविनाश गुप्ता फ्लो साइटोमेट्री और मॉलेक्युलर हेमेटोलॉजी के ही विशेषज्ञ हैं और पिछले कई वर्षों से इसी का काम कर रहे हैं डॉक्टर अविनाश टाटा मेमोरियल अस्पताल में हिमेटोपैथोलॉजी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत रहे हैं डॉक्टर मालिनी जो कि वर्तमान समय में शहर की एकमात्र DM क्लीनिकल हेमेटोलॉजिस्ट है उन्होंने क्लिनिकल हेमेटोलॉजी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट विभाग के बारे में बताया और यह भी बताया कि कैसे इस विभाग को बीआईएमआर अस्पताल में शुरू किया जा रहा है और उससे मरीज को क्या-क्या फायदा होगा इन दोनों डॉक्टर की सेवाएं शुरू होने से अब मरीजों को दिल्ली या मुंबई नहीं जाना होगा और उनके सभी प्रकार के रक्त विकारों का इलाज अब बीआईएमआर अस्पताल में ही हो जाएगा दोनों डॉक्टरों ने बताया कि इस नए विभाग के शुरू होने से अब जल्द ही बोन मैरो ट्रांसप्लांट भी बीआईएमआर में शुरू हो सकेगा सीएमई को डॉक्टर एस एल देसाई डायरेक्टर बीआईएमआर अस्पताल ने संचालित किया और श्री गोविंद देवड़ा जो की सीएमई के चीफ गेस्ट थे उन्होंने भी इस विभाग के आने से अंचल के मरीजों को क्या फायदा होगा इसके विषय में बताया