आईबीएल के द्वारा एंजियोप्लेस्टी




बीआईएमआर हॉस्पिटल में मरीज को अत्याधुनिक तकनीक आईवीएल (Shockwave Angioplasty) के द्वारा एंजियोप्लेस्टी कर बाईपास सर्जरी से बचाया!

गत सप्ताह 72 वर्षीय महिला हार्ट अटैक के साथ गंभीर हालत में बीआईएमआर हॉस्पिटल में एडमिट हुई। जहाँ पर बी आई एम आर हॉस्पिटल के वरिष्ठ ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. आशीष चौहान ने मरीज की एंजियोग्राफी की जिसमें उन्हें नसों मे कैल्शियम युक्त ब्लॉकेज पाया गया। इस तरह के ब्लॉकेज का सामान्य एंजियोप्लस्टी संभव नहीं है, मरीज़ को बाईपास सर्जरी ही कराना पड़ता है। बीआईएमआर हॉस्पिटल मे डॉ आशीष चौहान (इंटरवेन्शनल कार्डियोलॉजिस्ट) और उनकी टीम ने अत्याधुनिक आईवीएल विधि के द्वारा मरीज की एंजियोप्लास्टी की व मरीज़ को दूसरे ही दिन सुरक्षित एवं स्वस्थ अवस्था मे घर भी भेज दिया।

आईवीएल कैलसिफ़ाइड नसों की एंजियोप्लस्टी का नवीनतम एवं अत्याधुनिक इलाज का तरीक़ा है। आईवीएल सरल, सफल एवं एक सुरक्षित विधि है। आईबीएल इससे पूर्व की विधियाँ जैसे- कटिंग/ स्कोरिंग बलून, लेज़र एवं रोटा एब्लेशन से अधिक प्रभावी एवं सुरक्षित विधि है।

इस तरह के प्रोसिजर्स जिनके लिए मरीजों को पहले महानगरों की तरफ जाना पड़ता था अब बीआईएमआर हॉस्पिटल में अत्याधुनिक तकनीक के साथ किये जा रहे है ।