देश की तरक्की स्वास्थ्य और स्वच्छ समाज पर निर्भर करती है और समाज की तरक्की महिलाओं पर । महिलाओं का स्वास्थ्य आज भी एक गंभीर समस्या है । शहरी क्षेत्रों में तो फिर भी महिलाएं अपने स्वास्थ्य के प्रति कुछ जागरूक हो रही है लेकिन देश के ग्रामीण क्षेत्रों में तो हालत काफी ख़राब है । सरकार की महिलाओं को समर्पित स्वास्थ्य सेवाएं काफी अच्छा काम कर रही है मगर इस दिशा में बहुत तेजी से काम करने की जरूरत है महिलाओं को खुद से किसी से कमतर नहीं आंकना चाहियें और अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता से लेना चाहिए । एक महिला और डॉक्टर होने के नाते मैं इस बात की अहमियत को बहुत अच्छे से जानती हूँ । महिला स्वस्थ्य और स्वतंत्र होगी तो वास्तव में देश तरक्की के नए आयाम स्थापित करने में सक्षम होगा ।
डॉ. स्नेहलता दुबे
आईवीएफ स्पेशलिस्ट एवं लेप्रोस्कोपिक सर्जन,
बीआईएमआर हॉस्पिटल